महंत से मुख्यमंत्री बनने तक का सफर……
- सामान्य परिचय
- प्रारंभिक जीवन
*जन्म
* परिवार
*शिक्षा
- धार्मिक जीवन
- राजनीतिक जीवन
- प्रमुख विवाद
- योगी आदित्यनाथ जी के शौक और अभिरुचियां
- योगी आदित्यनाथ संसद में रोए क्यों?
- योगी सरकार द्वारा किए गए प्रमुख कार्य
सामान्य परिचय
अविभाजित उत्तर प्रदेश के गढ़वाल में जन्मे योगी आदित्यनाथ गोरखपुर के प्रसिद्ध मंदिर के पीठाधीश तथा देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश के 21 वे मुख्यमंत्री भी हैl अतः उनके बारे में यह कहना अतिशयोक्ति नहीं होगी की”छोटा कद बड़ा ओहदा लेकिन सादा जीवन यही है योगी की पहचान”l साथ ही योगी आदित्यनाथ का यह कहना कि” एक हाथ में माला और एक हाथ में भाला इसी में मेरा विश्वास है”इस कथन से उनके सशक्त चरित्र का अनुमान लगाया जा सकता है l
प्रारंभिक जीवन
जन्म तथा परिवार..
5 जून 1972 को तात्कालिक उत्तर प्रदेश के पौड़ी गढ़वाल जिले के यम्केश्वर तहसील के पंचूर गांव में गढ़वाली छत्रिय परिवार में जन्मे आदित्यनाथ जी का मूल नाम अजय सिंह बिष्ट है इनके पिता श्री आनंद बिष्ट जो कि एक फॉरेस्ट रेंजर थे l इनकी माता सावित्री देवी एक गृहणी थीl योगी आदित्यनाथ कुल 7 भाई-बहन हैं, जिसमें से तीन बड़ी बहनें और एक बड़े भाई के बाद यह पांचवें स्थान पर हैं l इनसे दो छोटे भाई भी हैं l अपने एक इंटरव्यू में योगी जी ने बताया कि उनकी बहनों का उनके जीवन में काफी महत्वपूर्ण योगदान रहा है वह अपने शुरुआती जीवन में काफी कुछ अपनी बहनों से सीखे हैं l योगी आदित्यनाथ जी के बड़े भाई महेंद्र प्रताप बिष्ट भारतीय सेना में है तथा अन्य दो भाई शैलेंद्र मोहन बिष्ट तथा मानवेंद्र मोहन बिष्ट यूनिवर्सिटी में प्राचार्य हैं तथा तथा एक बहन शशि हैl तथा दो बहनों के बारे में ज्ञात नहीं है l
योगी आदित्यनाथ शिक्षा
• इनकी प्रारंभिक शिक्षा कक्षा एक से दसवीं तक टिहरी के गजा के स्थानीय स्कूल से शुरू हुई जो कि 1977 से 1987 तक चलीl
- उसके बाद इन्होंने ऋषिकेश के श्री भारत मंदिर इंटर कॉलेज से इंटरमीडिएट की परीक्षा उत्तीर्ण की l
- 1990 में ग्रेजुएशन की पढ़ाई करते समय योगी आदित्यनाथ अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के संपर्क में आए l
- 1992 में श्रीनगर के हेमंत नंदन बहुगुणा गढ़वाल विश्वविद्यालय से बीएससी गणित से किया l
- इसके बाद श्री योगी आदित्यनाथ जी ने इसी विश्वविद्यालय से एमएससी गणित से कियाl
- ऋषिकेश में विज्ञान से स्नातकोत्तर के दौरान यह राम मंदिर आंदोलन के प्रभाव में आए तथा इनका मन पढ़ाई से विचलित हो गयाl
धार्मिक जीवन
योगी आदित्यनाथ जी 21 वर्ष की आयु में अपना घर छोड़कर राम मंदिर आंदोलन से जुड़ गएl 1993 में एमएससी गणित की पढ़ाई करते समय गोरखनाथ पर शोध करने के उद्देश्य से योगी आदित्यनाथ गोरखपुर गए, वहीं इनकी मुलाकात गोरक्ष पीठ के महंत अवैध नाथ से हुई, महंत अवैद्यनाथ से एक मुलाकात ने अजय सिंह बिष्ट को योगी आदित्यनाथ बना दिया l महंत अवैद्यनाथ से मुलाकात का इन पर इतना गहरा प्रभाव पड़ा कि वे सन्यास लेने की का मन बना लिए lयद्यपि उन्होंने अपनी मंशा को घर वालों को नहीं बताया क्योंकि वे जानते थे कि कोई भी मां बाप अपने बच्चे को सन्यासी जीवन जीने की आज्ञा नहीं देंगेl अतः वह पढ़ाई करने जाने की इच्छा घर पर जाहिर कर गोरखनाथ चले गए और उन्होंने घर त्याग दिया l घरवालों को लगा कि योगी आदित्यनाथ अच्छी पढ़ाई करके अच्छी नौकरी पाएंगे और घर पर रहकर परिवार का पालन पोषण करेंगे पर योगी आदित्यनाथ ने तो अपना मन बना ही लिया था कि वह अभी सांसारिक जीवन का त्याग कर एक सन्यासी जीवन व्यतीत करेंगे l तत्पश्चात महंत अवैद्यनाथ ने योगी आदित्यनाथ को अपना पुत्र स्वीकार किया और इस घटना के बाद योगी आदित्यनाथ जी जी के पिता का नाम भी बदल कर महंत अद्वैत नाथ हो गया l योगी आदित्यनाथ के अजय बिष्ट से योगी बनने तक के सफर को देखकर महंत अवैद्यनाथ भी काफी प्रभावित थे उन्होंने अपने जीवन काल में ही यह घोषणा कर दी थी कि मेरी मृत्यु के बाद गोरखनाथ मंदिर के अगले महंत आदित्यनाथ होंगे ,साथ ही उन्होंने अपने राजनीतिक जीवन का उत्तराधिकारी भी योगी आदित्यनाथ को ही बना दिया था l 12 सितंबर 2014 को गोरखपुर स्थित गोरखनाथ मंदिर के पूर्व महंत अवैद्यनाथ जी के निधन के बाद योगी आदित्यनाथ को गोरखनाथ मंदिर का महंत बनाया गया इसके 2 दिन पश्चात इन्हें धार्मिक और पारंपरिक अनुष्ठान से मंदिर का पीठाधीश्वर बनाया गया l यद्यपि योगी आदित्यनाथ ने नाथ संप्रदाय को अपना लिया था नाथ संप्रदाय का मानना था कि एक सन्यासी को देशहित धर्म राजनीति और संकट में आगे जरूर हिस्सा लेना चाहिए l
योगी आदित्यनाथ का राजनीतिक जीवन
•योगी आदित्यनाथ जी का राजनीतिक जीवन की शुरुआत रे छात्र जीवन से ही हो गई थी lकॉलेज में उनकी गिनती अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के उभरते नेता के रूप में होने लगी थी l तब उन्होंने छात्र संघ से चुनाव लड़ने का मन बनायाl लेकिन अखिल भारतीय परिषद में उन्हें छात्रसंघ नेता के रूप में टिकट देने से मना कर दिया l इन्होंने गुस्से में आकर निर्दलीय सदस्य के रूप में नामांकन किया और 1992 में चुनाव लड़ेI परंतु योगी आदित्यनाथ चुनाव हार गए इस घटना का इनके ऊपर गहरा प्रभाव पड़ा और 21 साल की उम्र में इन्होंने सामाजिक जीवन त्याग कर सन्यास ग्रहण कर लिया l योगी आदित्यनाथ के आध्यात्मिक गुरु महंत अवैद्यनाथ जी ने 1998 में अपने राजनीतिक जीवन से संन्यास लेकर योगी आदित्यनाथ जी को अपना उत्तराधिकारी घोषित किया l हिंदुत्व की शान और पूर्वांचल के शेर के नाम से मशहूर योगी आदित्यनाथ 1998 में 26 वर्ष की उम्र में 12 वीं लोकसभा के भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ने के लिए नामांकन किए और चुनाव में बड़ी जीत हासिल कर के सबसे कम उम्र के सांसद बन गएl 1999 में लोकसभा चुनाव में फिर एक बार सांसद चुने गए l
- 2002 में योगी आदित्यनाथ ने हिंदू युवा वाहिनी की स्थापना की l योगी आदित्यनाथ जी ने की उसके बाद 2004, 2009 ,2014 के लोकसभा चुनाव में योगी जी लगातार गोरखपुर से सांसद चुने गएl कुल मिलाकर योगी आदित्यनाथ जी ने लगातार पांच बार गोरखपुर से लोकसभा चुनाव जीतकर एक ऐतिहासिक घटना का सृजन किया l
- 19 मार्च 2017 में यूपी के विधानसभा चुनाव में जनता पार्टी के बड़ी जीत के बाद उत्तर प्रदेश के 21 में मुख्यमंत्री के रूप में योगी आदित्यनाथ जी ने शपथ ली l योगी आदित्यनाथ जी के मुख्यमंत्री बनने से ना केवल उत्तर प्रदेश में बल्कि पूरे भारत में एक नया दौर शुरू हुआ क्योंकि इनकी पहचान एक हिंदूवादी नेता के रूप में हिसाब से रही थी lइनके कथन अनुसार” एक हाथ में माला और एक हाथ में भाला इसी में मेरा विश्वास है” इनका चरित्र एक सशक्त कट्टर हिंदू वादी नेता के रूप में बन गई थी l साथ ही जीरो टॉलरेंस की नीति के द्वारा योगी आदित्यनाथ ने अपने कार्यकाल मैं शासन व्यवस्था को बहुत मजबूती प्रदान कीl इस प्रकार भारतीय जनता पार्टी के नेता योगी आदित्यनाथ ना केवल यूपी के बल्कि पूरे भारत के एक प्रमुख राजनीतिक के रूप में सामने आए हैंl
योगी आदित्यनाथ से संबंधित प्रमुख विवाद
- योगी आदित्यनाथ जी अन्य धार्मिक लोगों के धर्मांतरण कराने के विवादों में रहे हैंl 2005 में योगी आदित्यनाथ ने कथित रूप से एक शुद्धि अभियान चलाया जिसमें उन्होंने अनेक धर्म के लोगों का धर्मांतरण करायाl उदाहरण के रूप में देखा जाए तो यूपी के एटा जिले मैं अट्ठारह सौ ईसाईयों का धर्म परिवर्तन किया गयाl
- वहीं एक अन्य घटना में सात दिसंबर 2008 में आजमगढ़ में हुए एक जानलेवा हमले में योगी आदित्यनाथ बाल-बाल बच गए थे
- गोरखपुर दंगों में योगी आदित्यनाथ जी को गिरफ्तार कर लिया गया था जो कि मुस्लिम त्योहार मोहर्रम के दौरान हुई फायरिंग में एक हिंदू युवा की जान जाने के कारण, जिसका नाम राज कुमार अग्रहरी था, से संबंधित था (तात्कालिक जिलाधिकारी महोदय ने योगी आदित्यनाथ को बताया कि राज कुमार अग्रहरी जो कि दंगों में चपेट में आया था वह व्यक्ति बुरी तरह से घायल है और योगी आदित्यनाथ को वहां नहीं जाना चाहिए परंतु योगी आदित्यनाथ जी ने बात ना मानते हुए अपने हजार समर्थकों के साथ उससे मिलने की जिद पकड़ ली उस टाइम उनकी गिरफ्तारी हुई) योगी आदित्यनाथ की गिरफ्तारी के विरोध में मुंबई- गोरखपुर एक्सप्रेस ट्रेन के कुछ डिब्बों में आग लगा दी गई थी जिससे काफी नुकसान हुआ था, जिसका आरोप हिंदू युवा वाहिनी पर लगाया जाता हैl
- कई बार योगी जी अपने भाषणों के कारण विवाद में रहे जैसे कि “जो व्यक्ति सूर्य नमस्कार का विरोध करता है वह भारत छोड़ सकता है”l
- अन्य आरोप योगी आदित्यनाथ जी पर यह लगता है कि वह शाहरुख खान पर एक विवादित टिप्पणी किए थे उन्होंने शाहरुख खान की तुलना पाकिस्तानी आतंकी हाफिज सईद से की थी l
योगी आदित्यनाथ संसद में रोए क्यों थे?
इतनी कठोर व्यक्तित्व और छवि वाले योगी जी 12 मार्च 2007 को संसद में भरे सदन के बीच फूट-फूटकर रो पड़े थे l इसके पीछे ऐसा कौन सा कारण था आइए जानते हैं कि योगी और आशु के बीच में क्या संबंध है? यद्यपि योगी आदित्यनाथ की छवि एक कट्टर हिंदूवादी नेता के रूप में रही है यही कारण है कि जनवरी 2007 में गोरखपुर में दंगा हुआ थाl जिसके विरोध में योगी आदित्यनाथ जी ने धरने पर बैठने का ऐलान कियाl तभी पुलिस ने शांति भंग करने की धाराओं के तहत योगी आदित्यनाथ जी को गिरफ्तार कर लिया और 11 दिनों तक उन्हें जेल में बंद रखा इसी वजह से वह अपनी भावनाओं पर नियंत्रण खोकर भरी सदन में रोने लगे थे l
योगी आदित्यनाथ के शौक और अभिरुचि
- जानवरों के साथ खेलना
- तैराकी
- बैडमिंटन
योगी आदित्यनाथ को जानवरों से खास प्रेम है l योगी जी कुत्ता ,बिल्ली ,गायों के साथ-साथ बंदर ,मगरमच्छ, अजगर से भी प्रेम करते हैंl गोवंश के प्रति उनके प्रेम को उनके क्रियाकलापों में साफ देखा जा सकता है l वह अपने खाना खाने से पहले गायों को चारा खिलाना, उनकी सेवा करना आदि कार्य किया करते हैंl इनकी संस्था सड़क पर पाए जाने वाले घायल बीमार जानवरों की मदद के लिए सदैव तत्पर रहती है l ऐसा कहा जाता है कि योगी जी के साथ खाना खाने के लिए इनका इंतजार एक बिल्ली भी प्रायः किया करती है l
आदित्यनाथ से संबंधित अन्य तथ्य
सदैव भगवा रंग के कपड़ों में नजर आने वाले योगी जी की कुर्सी तक का भी रंग भगवा ही होता हैl
जीवन जीने वाले योगी जी तपती गर्मी में भी बिना एसी के ही सोते हैं l साथ ही योगी जी फ्रिज का पानी भी नहीं पीते हैंl
योगी आदित्यनाथ के बायोग्राफी के प्रमुख बिंदु
- मूल नाम (Real name) -अजय सिंह बिष्ट
- अन्य नाम. – महंत योगी आदित्यनाथ
- निक नेम (Nick name). योगी
- जन्मतिथि 5 जून 1972
- पिता का नाम आनंद सिंह बिष्ट(फॉरेस्ट रेंजर)
- माता का नाम. सावित्री देवी(गृहणी)
- भाई. महेंद्र सिंह बिष्ट (भारतीय सेना), शैलेंद्र मोहन बिष्ट, मानवेंद्र मोहन बिष्ट(यह दोनों यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर हैं)
- बहन शशि
- जन्म स्थान. पंचूर गांव ,पौड़ी , गढ़वाल, उत्तराखंड, इंडिया
- पत्नी का नाम (…) अविवाहित
- जाति क्षत्रिय
- उम्र साल
- धर्म. हिंदू
- संप्रदाय. नाथ संप्रदाय
- राष्ट्रीयता. भारतीय
- शैक्षिक की योग्यता. गणित में एमएससी
- कॉलेज. गढ़वाल यूनिवर्सिटी श्रीनगर
- आध्यात्मिक गुरु महंत अद्वैत नाथ महाराज
- व्यवसाय. भारतीय राजनीतिज्ञ तथा धार्मिक मिशनरी
- छवि. कट्टर हिंदूवादी नेता
- राजनीतिक जीवन की शुरुआत. 98 में सांसद (गोरखपुर से)
- राजनीति दल भारतीय जनता पार्टी
- सांसद. 5 बार(गोरखपुर से)
- पद. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री
- नेट वर्थ लगभग 70 से 75
लाख प्रति वर्ष
- मुख्य पुस्तकें. हठयोग , राजयोग, हिंदू राष्ट्र नेपाल आदि l
योगी सरकार द्वारा किए गए प्रमुख कार्य
- सबसे पहला कार्य स्लॉटर हाउस बंद करवानाl
- एंटी रोमियो अभियान चलाया जाना जिनकी वजह से महिलाओं में सुरक्षा की भावना उत्पन्न हुई l
- छोटे किसानों के कर्जे को माफ किया जाना l
- शियाओं के महलों पर बुलडोजर चलवा या जाना और अपराधिक संपत्ति सीज किया जाना
- राम जन्मभूमि मंदिर के निर्माण में अहम भूमिका l
- उत्तर प्रदेश के नोएडा में दुनिया का सबसे बड़ा फिल्म सिटी बनाने का निर्माणl
- लव जिहाद के खिलाफ कानून बनाना l