लाडली लक्ष्मी योजना और लाभ और लाभार्थी

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मध्यप्रदेश में सन 2008 से लागू लाडली लक्ष्मी योजना अपने उद्देश्यों की पूर्ति के लिए जमीनी स्तर पर क्रियान्वित है। हमारे देश में अभी ऐसे गांव हैं। जहां पर बेटों की तुलना में बेटियों को दोयम दर्जा प्राप्त है। उनकी स्थिति सिर्फ घर के कार्य तक ही सीमित है। जिसके परिणाम स्वरूप वह अपना जीवन जीने के लिए स्वतंत्र हो नहीं पाती हैं और अपने अधिकारों के प्रति भी सजग नहीं हो पाती हैं। अधिकार हर व्यक्ति का कर्तव्य होता है। जिसके परिणाम स्वरूप प्रकृति के खुले प्रांगण में अपनी आर्थिक आजीविका के माध्यम से भरण पोषण करता रहे। लेकिन भारतीय समाज एक पितृसत्तात्मक समाज है। जहां पर पुरुष हमेशा से स्त्रियों पर अपना हुक्म चलाते चले आए हैं। स्त्रियों को कोई मान सम्मान नहीं देते हैं। जिससे कोई भी स्त्री अपने अधिकारों के प्रति सजग नहीं हो पाती है और सजग भी कैसे हो क्योंकि जो स्त्री मुखर होकर बोलती है। पितृ सत्तात्मक समाज उसके शब्दों को अपने कठोर तीव्र शब्दो से दबा देता है।  लेकिन हमारे विचार अभी दकियानूसी मानसिकता के है। हरियाणा के सोनीपत में लड़कियों को मार दिया जाता है। उन्हें पिता के ऊपर बोझ समझा जाता है। लड़कों को मुख्य समझा जाता है। लेकिन मध्य प्रदेश सरकार में स्त्रियों की स्थिति को सुधारने और उनके शैक्षणिक स्तर में वृद्धि के लिए लाडली लक्ष्मी योजना लाया गया है। जिससे उनके जीवन में कुछ संभावित विकास हो सके और परिवार में कुछ अपना योगदान भी योगदान दे सकें।

योजना लाडली लक्ष्मी योजना
लाभार्थी मध्यप्रदेश के मूल निवासी
क्रियान्वयन बाल विकास मंत्रालय के माध्यम से
उद्देश्य आर्थिक रूप से सशक्त बनाना
आधिकारिक वेबसाइट https://ladlilaxmi.mp.gov.in/

 

मध्य प्रदेश सरकार द्वारा क्रियान्वित लाडली लक्ष्मी योजना में लाडली लक्ष्मी शब्द किस ओर इंगित करता है:

मध्य प्रदेश सरकार द्वारा क्रियान्वित लाडली लक्ष्मी योजना में लाडली शब्द बेटियों से संबंधित है। इसका कारण है पिता के वात्सल्य में वह घर की लाडली कही जाती है। लक्ष्मी शब्द यह सूचित करता है कि इन के आगमन से घर में अशुभ काम शुभ हो जाते हैं और घर में खूब सुख समृद्धि होती है। इसका वर्णन एक हिंदी मूवी में मिलता है। जिसका नाम है साजन का घर है। इस मूवी में अभिनेत्री जूही चावला का नाम लक्ष्मी रहता है और लक्ष्मी के पिता के किरदार अनुपम खेर निभाए हैं जैसे ही लक्ष्मी का जन्म होता है वैसे ही अनुपम खेर लॉटरी के माध्यम से करोड़पति बन जाते हैं। जैसे ही लक्ष्मी शादी के उपरांत लक्ष्मी घर छोड़ करके अपने ससुराल जाती है वैसे ही फिर से कंगाल हो जाते हैं। यह विचार शुभ और अशुभ का है। लेकिन जो भी हो भेदभाव नहीं करना चाहिए। सब मनुष्य बराबर है अब इस सिद्धांत के नाते व्यक्ति का कर्तव्य हो जाता है वह किसी को अपने बाहुबल और सिद्धांतों के माध्यम से दबाए ना बल्कि उनका उत्थान करने में अपना योगदान दें। इस योगदान के माध्यम से समाज का भी योगदान होगा, जब समाज का योगदान होगा तो राज्य का योगदान होगा, राज्य के योगदान के माध्यम से राष्ट्र की उन्नति होगी। जब राष्ट्र की  उन्नति होगी तो अंतरराष्ट्रीय पटल पर राष्ट्र की साख बढ़ेगी।

लेख के मुख्य बिंदु

मध्यप्रदेश में बेटियों के उत्थान के लिए समर्पित लाडली लक्ष्मी योजना क्या है?

लाड़ली लक्ष्मी योजना मध्य प्रदेश सरकार द्वारा चलाई गई एक ऐसी योजना है। जिसके माध्यम से लिंगानुपात में सुधार करना और साथ ही साथ बालिका जन्म के प्रति सकारात्मक सोच का फैलाव करना और शैक्षणिक स्तर में वृद्धि करना। उनके स्वास्थ्य की देखभाल करना। इन सब के लिए यह एक आर्थिक मदद के लिए योजना चलाई गई है। जिसके माध्यम से यदि कोई लड़की मध्य प्रदेश में जो गरीबी रेखा से नीचे या जिनकी प्रति व्यक्ति आय कम है। उनके यहां जन्म लेती है तो शैशवावस्था से लेकर कि जब तक शादी नहीं हो जाती तब तक उनकी भरण पोषण और पढ़ाई का खर्चा और शादी का खर्चा पूरा मध्य प्रदेश सरकार वाहन करेगी।

लड़कियों को आत्मनिर्भर बनाने वाली लाडली लक्ष्मी योजना का उद्देश्य क्या है?

इस योजना का उद्देश्य यह है कि मध्यप्रदेश में जो परिवार आर्थिक रूप से कमजोर है। उन परिवारों के लिए यह योजना लाया गया है। जिसके माध्यम से जन्म से लेकर विवाह तक उनकी आवश्यकताओं की पूर्ति किया जा सके। भारत में ऐसे परिवार की संख्या बहुत है। जहां पर बेटियों को बोझ माना जाता है। क्योंकि इसका कारण है बेटियां बुढ़ापे का सहारा नहीं होती है। साथ ही साथ उनके शादी विवाह भी करने में पैसे लगते हैं। अब ऐसे में पैसे कहां से लाया जाए। इन्हीं उद्देश्यों की पूर्ति के लिए यह योजना लाया गया है। मध्यप्रदेश में जो लिंगानुपात की दर है। उसमें सुधार किया जाए और साथ ही साथ बालिका जन्म के प्रति ऐसा अनुकूल वातावरण विकसित करना। जिससे समाज में लड़कियों को आत्मसात कर लिया जाए और उन्हें लड़कों के समकक्ष माना जाए। लड़कियों की शिक्षा जो प्राइमरी एजुकेशन तक होती है। उसमे वृद्धि की जाए। जिससे वो आत्मनिर्भर बन सके। और साथ ही साथ पुरुषों के साथ कदम से कदम मिलाकर चल सके। स्वास्थ्य के प्रति जो स्त्री संवेदनशील है। उनके स्वास्थ्य की विशेष देख रेख करना। स्त्रियों के प्रति नकारात्मक अवधारणा फैली है कि स्त्री का कोई योगदान न सामाजिक  होता है ना राजनीति में उस भ्रम को दूर करके एक सकारात्मक वातावरण विकसित करना। जिससे स्त्रियों को परिचित कराया जा सके कि वह भी किसी भी मामले में पुरुषों से कम नहीं है।

कितनी राशि प्रदान की जाएगी लाडली लक्ष्मी योजना के तहत:

बालिका के के जन्म के पश्चात से उसके 5 साल तक होने तक उसे हर वर्ष ₹6000 प्रदान किए जाएंगे 5 साल बाद बालिका को एकमुश्त राशि ₹30000 प्रदान की जाएगी। जब वह कक्षा 6 में प्रवेश करेगी तब उसे ₹2000 मिलेंगे। जब वह कक्षा 9 में प्रवेश करेगी तब उसे ₹4000 की राशि प्रदान की जाएगी। जब वह कक्षा 11 में प्रवेश करती है तब उसे ₹6000 और जब कक्षा 12 में प्रवेश करती है  तब भी उसे ₹6000 प्रदान किया जाएगा। उसके विवाह के समय उसे उसके विवाह के लिए सरकार द्वारा ₹118000 की राशि प्रदान की जाएगी। बशर्ते शर्त यह है कि बालिका की आयु 18 वर्ष पूर्ण होने चाहिए और साथ ही साथ इंटरमीडिएट पास होना चाहिए। वह यदि इतना मापदंडों को पूरा करती है तब वह इस योजना के लाभार्थी हो सकती है।

लाडली लक्ष्मी योजना का नया संस्करण लाडली लक्ष्मी योजना 2.0 क्या है?

मध्य प्रदेश सरकार ने लाडली लक्ष्मी योजना के तहत योजना में विस्तार किया। जिसके तहत लाडली लक्ष्मी बुक का विमोचन किया गया जिसमें लड़कियों से संबंधित विशेष जानकारी दी हुई है। जिसे पढ़कर के लड़कियों के माता-पिता बच्चियों के महत्व को समझें और उन्हें आगे पढ़ने के लिए प्रेरित करें और साथ ही साथ ई संवाद ऐप का भी शुभारंभ किया गया है। सरकार के द्वारा लर्निंग ड्राइविंग लाइसेंस भी प्रदान किया गया। मध्य प्रदेश सरकार ने यह भी जानकारी दी कि जो ग्राम पंचायत लड़कियों को सौ पर्सेंट एजुकेशन और टीकाकरण और एक भी बाल विवाह और साथ ही साथ एक भी बच्चे कुपोषित नहीं पाए जाएंगे उन्हें विशेष सम्मान दिया जाएगा। वर्तमान में लगभग 42 लाख लड़कियां लाडली लक्ष्मी योजना के तहत लाभान्वित हैं और अब तक राज्य सरकार 6 से 12 तक के बच्चों को स्कॉलरशिप के लिए 231 करोड़ खर्च कर चुका है इसी योजना के तहत। इतना ही नहीं लड़कियों को लाठी चलाना सिखाना। जिससे वह स्वयं की रक्षा कर सकें और साथ ही साथ उन्हें ऐसी शिक्षा प्रदान करना जिससे विवाह के पश्चात शोषण ना सह सके। राज्य सरकार का लक्ष्य यह है कि उन्हें ऐसे रूप से तैयार किया जाए। वह मानसिक और शारीरिक रूप से सक्षम हो और साथ ही साथ किसी भी मुसीबत को डटकर सामना करें उससे घबराए ना।

लाडली लक्ष्मी योजना किन विशेषताओं से युक्त है:

(1) लाड़ली लक्ष्मी योजना 2.0 जिसमें समाहित है महिलाओं का कल्याण

  • लाडली लक्ष्मी योजना 2.0 लाडली लक्ष्मी योजना का विस्तार ही है। इसमें महिलाओं को स्वावलंबी और आत्मनिर्भर बनने के लिए कुछ योजनाएं चालू किए गए है। जैसे कि महिलाओं को आसानी से ऋण मिल सके उसके लिए योजना चालू की गई है और साथ ही साथ बेटियां कला और संस्कृति के क्षेत्र में आगे बढ़ सके। इसके लिए भी उनको प्रोत्साहित किया जाएगा। अभियांत्रिकी के क्षेत्र में जो लड़की आगे बढ़ना चाहती है उन्हें सरकार द्वारा विशेष अवसर प्रदान किया जाएगा। जिससे वह अपने हुनर के माध्यम से राज्य सरकार का और साथ ही साथ केंद्र सरकार का और पूरे राष्ट्र का नाम रोशन कर सकें और विश्व पटल पर अपने हुनर का परचम लहरा सके।

(2) लाड़ली लक्ष्मी योजना के तहत लगभग 40000 लड़कियां लाभान्वित हो चुकी है

  • मध्य प्रदेश सरकार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के माध्यम से कहा की लाडली लक्ष्मी योजना के तहत लगभग 40000 लड़कियां लाभान्वित हो चुकी हैं लाडली लक्ष्मी योजना के माध्यम से लड़कियों को आत्मनिर्भर और सशक्त किया जाएगा। जिससे या भेदभाव मिटाया जा सकेगी लड़कियां भी किसी से कम नहीं है वह भी लड़कों के साथ कदम से कदम मिलाकर चल सकती हैं। चाहे वह कंप्यूटर के क्षेत्र में हो। अंतरिक्ष के क्षेत्र में हो चाहे युद्ध का मैदान हो चाहे पहलवानी ही क्यों ना हो हर क्षेत्र में वो आगे बढ़ सकती हैं बस उन्हें विशेष अवसर प्रदान किया जाना चाहिए।

(3) अनाथ बच्चे भी शामिल

  • इस योजना में अनाथ बच्चे भी शामिल है। मध्य प्रदेश सरकार ने यह घोषणा की है कि ब्लॉक स्तर, ग्राम स्तर और जिला स्तर पर लाडली लक्ष्मी दिवस का आयोजन होगा। जिससे वह क्या -क्या सीख चुकी है ।लाडली लक्ष्मी योजना को जनमानस तक पहुंचाया जा सके जो लोग इस योजना से अनभिज्ञ हैं वह भी जान सके कि यह योजना उनके लिए कितना लाभदायक है। गौरतलब बात यह है कि जो लड़की 18 वर्ष की उम्र पूरा कर ली हैं उन्हें ड्राइविंग लाइसेंस भी दिया जाएगा।

(4) उद्योग स्थापित करने में भी सहायता करेगा

  • लाड़ली लक्ष्मी योजना पहले शिक्षा तक ही सीमित था। लेकिन अब इस योजना का विस्तार करते हुए लड़कियों को स्वावलंबी बनने की दिशा में उन्हें उद्योग स्थापित करने के लिए मध्य प्रदेश सरकार द्वारा लोन भी दिया जाएगा। अब तक लगभग 40 लाख लड़कियां लोन के लिए आवेदन कर चुकी हैं। जिससे वह अपना व्यवसाय चालू करके अपनी आजीविका चला सके और लोगों को रोजगार भी दे सकें। यदि कोई लड़की आईआईटी और आई आई एम जैसे इंस्टिट्यूट में चयनित होती है उसे सरकार द्वारा ₹25000 की राशि भी प्रदान की जाएगी और साथ ही साथ उसे जिला स्तर पर विशेष सम्मान से सम्मानित किया जाएगा।

(5) लड़कियों को सम्मान देने के लिए आयोजित किया जाएगा राज्यस्तरीय विशेष कार्यक्रम

  • लड़कियों को सम्मान देने के लिए हर वर्ष वर्चुअल के माध्यम से आंगनबाड़ी केंद्रों के ब्लॉक स्तर पर, ग्राम स्तर पर, जिला स्तर पर और राज्य के मुख्यालय पर लड़कियों  की उपलब्धि से संबंधित वीडियो प्रसारित किया जाएगा। उन वीडियो को 1 दिन पहले दिखाने के लिए उनके माता-पिता को जोड़ने के लिए एक लिंक भी भेजा जाएगा। जिससे वह भी जान सके कि यह योजना किस सीमा तक कितने व्यक्तियों को लाभ पहुंचा रहा है। इसमें यह भी बताया जाएगा कि कौन -कौन सा ग्राम पंचायत कुपोषित और एनीमिया मुक्त बन चुका है और साथ ही साथ कितनी राज्य की लड़कियां 12वीं क्लास तक उतीर्ण हो चुकी हैं और कौन सी लड़की इंजीनियरिंग कॉलेज की दाखिला ले चुकी है आदि जानकारी विस्तार से बताया जाएगा।

(6) छात्रवृत्ति का भी प्रावधान

  • मध्य प्रदेश सरकार द्वारा लगभग 7000 लड़कियों को 21 करोड़ पर दिया जा चुका है। एक विशेष बात यह भी है कि प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के तहत गर्भवती महिलाओं को और साथ ही साथ जो महिलाएं पढ़ भी रहे उनको लगभग 8 करोड पर प्रदान किए जा चुका हैं। इतना ही नहीं 10 जिलों के 110 आंगनबाड़ी केंद्रों को सुंदर भवन बनाने के लिए लोकार्पण भी किया जा चुका है जिससे कोई समस्या ना हो भविष्य में आपदा से संबंधित है।

(7) रोजगार भी प्रदान करने का प्रावधान है

  • लाडली लक्ष्मी योजना के तहत जो लड़कियां पंजीकृत हैं उन्हें उनकी पढ़ाई के दौरान उन्हें ट्रेनिंग भी दी जाएगी जिसे ओकेशनल कोर्स भी कहते हैं। जिसके माध्यम से वह भविष्य में अपनी आजीविका के लिए तत्पर हो सके और लड़कियों की रूचि के अनुसार यदि वह 12वीं के बाद आगे पढ़ना चाहती हैं। उन्हें मध्य प्रदेश सरकार द्वारा प्रोत्साहित किया जाएगा और साथ ही साथ इसके लिए उन्हें स्कालरशिप भी दिया जाएगा। इन सब के लिए मध्यप्रदेश सरकार एक पोर्टल लांच करने वाली है।

(8) एक फण्ड के गठन का भी प्रावधान है

  • लाडली लक्ष्मी योजना को जमीनी स्तर पर क्रियान्वित करने के लिए एक फंड का गठन भी किया जा रहा है जिसका उपयोग लड़कियों तो आर्थिक रूप से सशक्त बनाने में किया जा सके।

लाडली लक्ष्मी योजना को जमीनी स्तर पर किस प्रकार से क्रियान्वित किया जा रहा है

इस योजना को जिला स्तर को संभाग स्तर और राज्य स्तर के संयुक्त प्रयास से इस योजना को लागू किया जाएगा। जिला स्तर पर योजना का विश्लेषण और मूल्यांकन होगा। फिर आगे संभाग स्तर पर इस पर चर्चा होगी। फिर राज्य स्तर पर संबंधित जो बजट है उसको पास किया जाएगा। उसकी जो खामियां है उसको उजागर किया जाएगा और खामियों के निदान के लिए जनमानस से सुझाव लिया जाएगा।

क्या अपडेट है जुलाई के महीने में लाड़ली लक्ष्मी योजना से संबंधित

मध्य प्रदेश सरकार 12वीं पास लड़कियों को आगे पढ़ने के लिए लगभग ₹120000000 का अनुदान दे रही है। और साथ ही साथ उनको विशेष अवसर भी प्रदान किया जाएगा। जिससे उनके अध्ययन में कोई बाधा ना बने। कक्षा 6 में पढ़ रहे विद्यार्थियों को ₹4000 की स्कॉलरशिप प्रदान की गई है और कक्षा 11 में पढ़ रहे बच्चों को ₹6000 की स्कॉलरशिप प्रदान की गई है और जिन लड़कियों की शादी होने वाली है और वह इस योजना के शर्तो को पूरा करते हैं उसे ₹118000 की राशि प्रदान की गई है।

अब तक कितनी बच्चियां पंजीकृत हो चुके हैं लाड़ली लक्ष्मी योजना के तहत

अब तक लगभग 40 लाख लड़कियां पंजीकृत हो चुकी है। लाडली लक्ष्मी योजना के तहत कक्षा 6 से 8 तक लगभग 300000 लड़कियों ने पंजीकृत कराया है और 9 से 12 तक लगभग 300000 लड़कियों ने पंजीकृत कराया है और उन्हें लगभग 45 करोड का स्कॉलरशिप भी मिल चुका है।

लड़कियों को आत्मनिर्भर करने वाली लाडली लक्ष्मी योजना की पात्रता क्या है?

(1) सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि लाभार्थी की माता-पिता की आयकर से संबंधित डाटा होना चाहिए।

(2) आवेदन करने वाला व्यक्ति मध्यप्रदेश का मूल निवासी होना चाहिए।

(3) आवेदन करने वाली लड़की की उम्र 18 वर्ष या उससे अधिक होनी चाहिए और अविवाहित होनी होनी चाहिए।

(4) जो व्यक्ति किसी लड़की को गोद लिए हैं वह भी योजना का लाभ उठा सकते हैं बशर्ते गोद लेने का प्रमाण पत्र प्रस्तुत करना पड़ेगा।

लाडली लक्ष्मी योजना के आवेदन के लिए कौन-कौन सा दस्तावेज लगेगा?

(1) बालिका का आधार कार्ड होना चाहिए।

(2) माता-पिता का पहचान पत्र

(3) निवास प्रमाण पत्र भी होना चाहिए

(4) राशन कार्ड भी होना चाहिए

(5) पासपोर्ट साइज का फोटो और मोबाइल नंबर भी।

लाडली लक्ष्मी योजना के तहत आवेदन करने की प्रक्रिया क्या है?

मध्य प्रदेश राज्य के जो भी व्यक्ति इस योजना के लिए पात्र हैं। यदि वह आवेदन करना चाहते हैं। आवेदन के दो माध्यम है एक ऑनलाइन और दूसरा ऑफलाइन सबसे पहले जानते हैं कि ऑनलाइन तरीके से कैसे आवेदन करना है?

(1) लाड़ली लक्ष्मी योजना के लिए ऑनलाइन आवेदन करने की प्रक्रिया क्या है?

  • (a) सबसे पहले लाडली लक्ष्मी योजना के आधिकारिक वेबसाइट पर जाना है -https://ladlilaxmi.mp.gov.in/

 

  • (b) आधिकारिक वेबसाइट पर जाने के बाद आवेदन के विकल्प पर क्लिक करना है जैसे ही आवेदन के विकल्प पर क्लिक करेंगे वैसे ही जनसामान्य का ऑप्शन खुलेगा आपको उस पर क्लिक करना है।

 

  • (c) अब आवेदन फॉर्म ओपन हो जाएगा। आवेदन फॉर्म  में पूछी गई जानकारी को आप सावधानीपूर्वक से भरिये है। भरने के बाद सेव की बटन पर क्लिक करना है। फिर उसके बाद लाभार्थी की जानकारी मांगी जाएगी जैसे कि लाभार्थी की उम्र सीमा क्या है लाभार्थी के माता पिता का नाम आदि संबंधित जानकारी मांगी जाएगी उसको सावधानीपूर्वक से भरिये।

 

  • (d) सारा विवरण देने के बाद अब फॉर्म को सबमिट कर दीजिए। फिर रजिस्ट्रेशन नंबर को लिख कर के अपने पास रख लीजिए।

 

(2) लाडली लक्ष्मी योजना के लिए आवेदन करने की ऑफलाइन प्रक्रिया क्या है?

  • (a)लाडली लक्ष्मी योजना के लिए आवेदन करने की ऑफलाइन प्रक्रिया यह है कि सबसे पहले आपको किसी नजदीकी आंगनवाड़ी केंद्र जाना है।

 

  • (b) आंगनवाड़ी केंद्र जाने के बाद आपको लाडली लक्ष्मी योजना से संबंधित फॉर्म मांगना है। फॉर्म मांगने के फलस्वरूप उसमें मांगी गई जानकारी आप सावधानीपूर्वक से भरिये। भरने के बाद जो जो भी दस्तावेज मांगा गया है उसको आप अटैच कर दीजिए।

 

  • (c) दस्तावेज को अटैच करने के बाद उस फॉर्म को वहीं पर सबमिट कर दीजिए अर्थात जमा कर दीजिए।

मध्य प्रदेश लाड़ली लक्ष्मी योजना के बेनिफिट क्या है?

इस योजना का सबसे बड़ा बेनिफिट यह है कि इससे लिंगानुपात बढ़ेगा और साथ ही साथ मातृ मृत्यु दर में भी कमी आएगी। इसके अलावा अर्थव्यवस्था में भी योगदान मिलेगा। जो बच्ची गोद ली गई है। वह भी इसकी लाभार्थी है। और साथ ही साथ उसको भी छात्रवृत्ति संबंधी जितनी सुविधाएं हैं उसको प्रदान की जाएगी।भारत एक ऐसा देश है जहां महिलाओं को निकृष्ट दृष्टि से देखा जाता है। उन्हें अर्थव्यवस्था में किसी योगदान के लिए नहीं जाना जाता है। उन्हें सिर्फ आश्रित समझा जाता है पुरुषों के ऊपर सदैव से ही। लेकिन लाडली लक्ष्मी योजना के माध्यम से उनके अंदर कौशल स्वावलंबी बनने की शिक्षा और दृढ़ संकल्प और आत्मरक्षा के लिए उन्हें कराता और लाठी बाजी भी सिखाई जाएगी। जिससे वह किसी से सामना कर सकती हैं। इससे लड़कियों के कार्यस्थल पर यौन उत्पीड़न से संबंधित जो गतिविधियां होती है उसमें भी कमी आएगी और साथ ही साथ वैश्विक का स्तर पर जो ग्लोबल जेंडर गैप है उसमें भी कमी आएगी। प्रति व्यक्ति आय के दृष्टिकोण से महिलाओं की आय वृद्धि होगी और वह राजनीतिक आर्थिक रूप से सशक्त हो सकेंगे। जिससे उनके अंदर एक मनोबल का विकास होगा और वह अपने कार्यात्मक और संरचनात्मक कौशल के माध्यम से समाज के लिए कुछ नए विचार को प्रस्तुत भी कर सकेंगे।

Faq:

प्रश्न:- लाड़ली लक्ष्मी योजना का उद्देश्य क्या है?

उत्तर:- लाड़ली लक्ष्मी योजना का उद्देश्य यह है कि लड़कियों को आत्मनिर्भर बनने की शिक्षा देना।

प्रश्न:- लाडली लक्ष्मी योजना से संबंधित यदि कोई शिकायत हो या आवेदन करने में कोई समस्या है तो उसका हेल्पलाइन नंबर क्या है?

उत्तर:- लाडली लक्ष्मी योजना संबंधित यदि कोई शिकायत हो तो आवेदन से संबंधित उसका टोल फ्री नंबर या हेल्पलाइन नंबर  – 0755-2550910

प्रश्न:- लाडली लक्ष्मी योजना की शुरुआत किस सन से हुई है

उत्तर:- लाडली लक्ष्मी योजना की शुरुआत सन 2007 में हुई है।

प्रश्न:- लाड़ली लक्ष्मी योजना क्या है?

उत्तर:- मध्य प्रदेश राज्य में चलाई जा रही लाडली लक्ष्मी योजना का लक्ष्य यह है कि लड़कियों को आर्थिक रूप से स्वावलंबी बनाया जा सके और साथ ही साथ उन्हें प्रशिक्षण भी प्रदान किया जा सके। जिससे उनके अंदर समावेश की भावना उत्पन्न हो सके।

Wikipedia पर पढ़ें :- Ladli Laxmi Yojana

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